नया फीचर अपडेट: HD और ग्रीन स्क्रीन अब पोस्ट-प्रोसेसिंग विकल्प के रूप में

Feb 12, 2025

HD और ग्रीन स्क्रीन फीचर्स पर अपडेट

हम आपके वीडियो निर्माण वर्कफ़्लो को बेहतर बनाने के लिए एक नया अपडेट लेकर आए हैं। अब आप HD और ग्रीन स्क्रीन इफेक्ट्स को पोस्ट-प्रोसेसिंग अपग्रेड के रूप में अपने स्टैंडर्ड वीडियो जनरेट करने के बाद भी लागू कर सकते हैं। इससे आपको अधिक लचीलापन मिलता है—पहले बेसिक वीडियो बनाएं और फिर तय करें कि आपको इसे अपग्रेड करना है या नहीं।

यह अपडेट क्यों महत्वपूर्ण है?

पहले आपको वीडियो जनरेट करते समय ही HD या ग्रीन स्क्रीन का चयन करना पड़ता था। यदि आपने शुरुआत में ये विकल्प नहीं चुने, तो आपको वीडियो दोबारा जनरेट करना पड़ता था। अब आप पहले स्टैंडर्ड क्वालिटी में वीडियो बना सकते हैं और बाद में कभी भी HD या ग्रीन स्क्रीन में अपग्रेड कर सकते हैं। इससे आप वीडियो की सामग्री देखकर ही निर्णय ले सकते हैं कि आपको कौन सा सुधार चाहिए, और पूरा प्रोसेस दोहराने की जरूरत नहीं पड़ती।

यह कैसे काम करता है?

  1. स्टैंडर्ड वीडियो जनरेट करें
    सबसे पहले स्टैंडर्ड क्वालिटी में वीडियो बनाएं। यह स्टेप तेज़ और क्रेडिट की बचत करने वाला है—स्क्रिप्ट, इमोशन्स या कैरेक्टर्स टेस्ट करने के लिए उपयुक्त।
  2. पोस्ट-प्रोसेसिंग अपग्रेड विकल्प
    वीडियो जनरेट होने के बाद, आप कभी भी HD या ग्रीन स्क्रीन अप्लाई कर सकते हैं, जिससे फाइनल वीडियो को बिना दोबारा जनरेट किए फाइन-ट्यून किया जा सकता है।
  3. बेहतर लचीलापन
    इस तरीके से आप वीडियो की सामग्री देखने के बाद ही अपग्रेड का निर्णय ले सकते हैं, जिससे आपके अतिरिक्त क्रेडिट का सही उपयोग होता है।

इस अपडेट के फायदे

  • समय और क्रेडिट की बचत
    पहले स्टैंडर्ड वीडियो बनाएं, और जब ज़रूरत हो तभी अपग्रेड करें—इससे क्रेडिट और समय दोनों की बचत होती है।
  • तेज़ प्रीव्यू और टेस्टिंग
    अपग्रेड करने से पहले स्टैंडर्ड वीडियो के साथ कंटेंट को जल्दी टेस्ट और रिव्यू करें, जिससे फीडबैक जल्दी मिलता है।
  • सुधरा हुआ वर्कफ़्लो
    कंटेंट निर्माण और फाइनल सुधार को अलग-अलग करने से पूरी प्रक्रिया में बदलाव करना आसान हो जाता है।

यह अपडेट आपके वर्कफ़्लो को आसान बनाता है और वीडियो निर्माण प्रक्रिया को और भी प्रभावी बनाता है। आज़माएं और वीडियो प्रोडक्शन का यह तेज़, लचीला तरीका खुद अनुभव करें!